चितरंजन दास
चितरंजन दास का जन्म 5 नवंबर 1870ई को कोलकाता में हुआ था।उनके पिता का नाम भुवन मोहनदास था। उनके पिता कोलकाता उच्च न्यायालय के जाने-माने वकील थे। चितरंजन दास ने 1890ई में बी•ए की परीक्षा उत्तीर्ण की और इसके बाद वे इंग्लैंड चले गए और 1892ई में बैरिस्टर बनकर वापस भारत लौटे।वकालत में उन्होंने बहुत नाम कमाया और कलकत्ता हाईकोर्ट में एक अच्छी धाक जमा दी।इसके बाद चितरंजन दास वकालत को छोड़कर राजनीति में आ गये।
स्वराज पार्टी की स्थापना
1906ई में चितरंजन दास ने कांग्रेस में भाग लिया और उन्होंने 1917ई में एनी बेसेंट को कांग्रेस का अध्यक्ष पद दिये जाने की सिफारिश की। इन्होंने असहयोग आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के लिए बहुत से प्रयास किए और यह देखकर ब्रिटिश सरकार ने उन्हें 6 महीने के लिए जेल में बंद कर दिया।1922ई में चितरंजन दास को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया।कुछ समय बाद इन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर स्वराज पार्टी की स्थापना की।
निधन
अत्यधिक काम का बोझ होने की वजह से उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगा और बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण 16 जून 1925ई को उनका देहावसान हो गया।
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